रक्तदान मानव जीवन की रक्षा मात्र नहीं करता यह मानवता को सींचता है – सुदीष्ट कुमार

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सुंदिष्ट कुमार
झारखंड प्रदेश सचिव
मानव अधिकार प्रोटेक्शन

14 जून रक्तदाता दिवस पूरी दुनिया में रक्तदाताओं के हौसले को बढ़ाने सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाता है। भारत जैसे बड़े जनसंख्या वाले देश में जहां अशिक्षा गरीबी से लोग लड़ रहे, स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था लचर है। ऐसे में मरीजों को रक्त की जरूरत जागरूकता और भ्रम के कारण मुश्किलें होती हैं। रक्त की जरूरत को रक्तदान कर ही पूरा किया जा सकता है और इसमें नियमित स्वैच्छिक अवैतनिक रक्तदाताओं की भूमिका किसी मसीहा से कम नहीं है।
केंद्र और राज्य सरकार को स्वैक्षिक अवैतनिक रक्तदाताओं के सुरक्षा और प्रोत्साहन के लिए नीति बनानी चाहिए ताकि रक्तदाताओं का हौसला बढ़े। थैलीसीमिया मरीजों को सरकारी रक्तकोष के साथ निजी रक्तकोष से भी निःशुल्क रक्त की व्यवस्था हो। सरकार को थैलीसीमिया मरीजों के लिए गंभीरता से विचार करना होगा।
विश्व रक्तदाता दिवस पर सभी रक्तदाताओं को ढेरों शुभकामनाएं। रक्तदान सिर्फ जीवन नहीं बचाता यह मानवता को भी सींचता है।
(लेखक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। )

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