धनबाद। 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर मानव अधिकार प्रोटेक्शन के झारखंड प्रदेश सचिव सुंदिष्ट कुमार ने बधाई देते हुए कहा कि चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप हैं। मानव जीवन की प्रत्याशा को बढ़ाने और सेवा के लिए हमेशा चिकित्सकों का सम्मान किया जाना चाहिए। कुछ मामलों में मरीज के परिजन हिंसात्मक हो जाते हैं। परिस्थिति को समझने की जरूरत है और चिकित्सकों के सुरक्षा को लेकर कठोरता से नियमों का पालन किया जाना चाहिए। एक चिकित्सक अपनी जान जोखिम में डाल कर मरीजों की सेवा करते हैं और इसका व्यापक उदाहरण कोरोना संक्रमण के दौर में पूरी दुनिया ने देखा और समझा।
भारत के महान विभूतियों में एक डॉ विधान चंद्र बोस जो एक कुशल चिकित्सक, शिक्षावित, और स्वतंत्रता सेनानी के साथ राजनीतीज्ञ भी थे। उनके जयंती और पुण्यतिथि एक दिवस को 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाने और चिकित्सकों के सेवा भाव के लिए सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर देश के सभी चिकित्सकों को खूब खूब बधाई।
