राखी का धागा सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते को नहीं,
बल्कि पूरे समाज को प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के धागों में बाँधता है।
आज हमें संकल्प लेना चाहिए कि –
हम न केवल अपने बहन-भाई की रक्षा करेंगे,
बल्कि हर उस इंसान के सम्मान और अधिकार की रक्षा करेंगे
जो हमारे समाज का हिस्सा है।
आओ इस रक्षाबंधन,
नफरत की गांठें खोलें,
विश्वास के धागे जोड़ें,
और एक ऐसे भारत का निर्माण करें
जहाँ हर घर में अपनापन और हर दिल में भाईचारा हो।
– कुनाल रंजन
कंप्यूटर शिक्षक, हाई स्कूल भूली नगर, धनबाद