कांटापहाड़ी के लोगों ने किया अवैध खनन का विरोध

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कैमरे का खौफ

जवाबदेह क्यों भाग रहे कैमरे की नजर से

सीआईएसएफ और पुलिस क्यों मुंह छिपा रही है

अवैध माइनिंग के खिलाफ कार्रवाई से क्यों बच रही पुलिस

क्या प्रशासन का मिला हुआ है संरक्षण

क्या अवैध कोयला माइनिंग में सबका हाथ है काला

महिलाओं ने क्यों अपनाया रौद्र रूप
महिलाओं के विरोध के पीछे क्या है सच्चाई

बाघमारा से विजय कुमार की रिपोर्ट

बाघमारा के अंगार पथरा थाना क्षेत्र के कांटा पहाड़ी बस्ती के समीप अवैध कोयला मैनेजिंको लेकर महिलाओं ने रौद्र रूप अपना लिया। मुख्य सड़क पर बैठ विरोध जताया और प्रशासन और सीआईएसएफ को अवैध कोयला माइनिंग पर बुलडोजर चलाने पर मजबूर कर दिया।
कांटा पहाड़ी के पास अवैध माइनिंग से स्थानीय बस्ती के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। कांटा पहाड़ी बस्ती की महिलाओं ने इससे पहले भी अवैध कोयला माइनिंग का विरोध किया था। लेकिन अंगार पथरा थाना की पुलिस या सी आई एस एफ ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
जिसके बाद महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया। महिलाओं ने पहले अवैध कोयला माइनिंग स्थल पहुंची और कोयला काट रहे लोगों का विरोध किया। उनके ओजार छीन लिया और मजदूरों को मजबूर किया कि वह अवैध कोयला माइनिंग से बाहर निकले।


उसके बाद महिलाओं ने कांटा पहाड़ी मुख्य मार्ग पर बैठ कर अपना विरोध जताने लगी।
परियोजना में ब्लास्टिंग के लिए जा रही सीआईएसएफ टीम को महिलाओं ने घेर लिया और कार्रवाई की मांग करने लगी।
काफी हंगामांके बाद सीआईएसएफ ने कार्रवाई को लेकर अंगार पथरा पुलिस को सूचना दी और मौके पर बुलाया।
जिसके बाद अवैध कोयला माइनिंग के मुहाने को बुलडोजर की मदद से भराई की गई।
मौके पर अंगार पथरा की पुलिस और सीआईएसएफ के जवाबदेह पत्रकारों के कैमरे से बचते रहे। कोई भी अवैध कोयला माइनिंग पर कार्रवाई को लेकर जवाब देने को तैयार नहीं हुआ। सिर्फ बड़े अधिकारी से बात कीजिए बोलते रहे।
अवैध कोयला माइनिंग पर कार्रवाई से पुलिस और सीआईएसएफ के जवान परेशान और खिन्न दिखे।
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि कांटा पहाड़ी बस्ती के अस्तित्व को खतरा है।
महिलाओं ने कहा कि अवैध माइनिंग से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
कई बार मांग करने के बाद भी प्रशासन कार्रवाई नहीं करता था आज विरोध किया गया तब सीआईएसएफ ने पुलिस को बुलाया और कार्रवाई की।

अंगार पथरा थाना क्षेत्र के कांटा पहाड़ी के समीप करीब छह मुहाना खोल दिया गया था जिससे मजदूर रख कोयला की कटाई और ढुलाई होती थी।
महिलाओं के विरोध के बाद जिस रुख से सीआईएसएफ और पुलिस ने जैसे कार्रवाई की और परेशान व खिन्न दिखे यह बड़ा सवाल पैदा करता है और समझा जा सकता है कि खुलेआम कैसे अवैध माइनिंग चला कर कोयले की चोरी होती है।

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