महिला आरक्षण विधेयक के क्रियान्वयन की मांग को लेकर महिला कांग्रेस ने दिया धरना
उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा ज्ञाप
आधी आबादी को उसका हक मिलना चाहिए – संतोष कुमार सिंह
धनबाद। धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर धनबाद जिला महिला कांग्रेस कमिटी की जिलाध्यक्ष सीता राणा के नेतृत्व में महिला आरक्षण विधेयक के क्रियान्वयन, ओ बी सी महिला को आरक्षण देने और महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष सीता राणा ने धनबाद उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा।
धरना में कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने कहा कि महिलाओं की आबादी आधी है। ऐसे में महिलाओं को राजनीति में उनका हक मिलना चाहिए। स्व राजीव गांधी ने महिलाओं को पंचायत और निकाय चुनाव में पचास फीसदी आरक्षण देकर संबल प्रदान किया। राजनीति में हिस्सेदारी दी। महिलाओं के राजनीति में भागीदारी मिलने से समाज और देश में नई ऊर्जा का संचार होगा। महिला मजबूत होगी तो समाज और देश भी मजबूत होगा। महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ना लोकतंत्र की मजबूती का परिचायक बनेगा।

वहीं धनबाद जिला महिला कांग्रेस कमिटी की जिलाध्यक्ष सीता राणा ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा जी और झारखंड प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह जी के निर्देशानुसार एक दिवसीय धरना के माध्यम से महिला आरक्षण विधेयक को लागू करने महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने की मांग रखी गई है। भाजपा सरकार महिलाओं को धोखा दे रही है। महिला आरक्षण विधेयक को लोकसभा और राज्यसभा से पास कर दिया गया। लेकिन परिसीमन की बाध्यता जोड़ने के कारण इसका लाभ महिलाओं को विगत चुनाव में नहीं मिला और आने वाले चुनाव में भी भाजपा सरकार नहीं चाहती है कि महिलाओं की भागीदारी राजनीति में बढ़े। देश में जनगणना 2011 में हुआ। कोविड के कारण 2021 में जनगणना नहीं कराई गई। वर्तमान तक जनगणना को लेकर कोई तैयारी सरकार की नहीं है। ऐसे में 15 साल के लिए महिला आरक्षण विधेयक प्रभावी नहीं रह जाएगा। यह महिलाओं के साथ षड्यंत्र और धोखा है।
धरना में बबीता शर्मा, गीता सिंह, हेमंती जयसवाल, पुनम देवी, सुनीता निषाद, कविता धीवर, नीतू देवी, पुनम राय, रीना देवी, मुन्नी देवी, जानकी देवी, सुनीता पासवान, रिंकू कुमारी, शायना बानो, सामिया बेगम, हीरा देवी, मालती देवी, रूबी देवी, लक्ष्मी देवी, सुमा देवी, निखत, मीरा देवी, माधुरी देवी, रजनी देवी, चंद्री देवी, रोजा देवी, रूना देवी, कौशल्या देवी, गंगया देवी आदि शामिल थीं।