देश 75 वा गणतंत्र दिवस मना रहा है। हमे गर्व है कि हम दुनिया के सबसे बड़ा संविधान से आते आते हैं। हमारा गणतंत्र हजारों बलिदानियों और लंबे संघर्ष का प्रतीक है। आज दो विचारधारा देश के भीतर स्पष्ट दिखता है एक जो संविधान को सत्ता के हनक में विश्वास नहीं रखता और दूसरा संविधान की रक्षा और आम जन मानस के अधिकार के लिए हजारों किलोमीटर पदयात्रा कर रहा है। आजादी के बाद दुनिया के सबसे बड़े संविधान में कई बदलाव हुए आगे भी इसकी गुंजाइश है। लेकिन आम लोगों के अधिकार, शासन प्रशासन के दायित्व को लेकर एक संकट की घड़ी दिख रही है। संविधान को बचाने और इसकी मजबूती बनाए रखने के लिए आज देश के युवाओं को जागना होगा आगे आकर समाज और राजनीति के मुख्य धारा से जुड़ना होगा।
देश के 75 वा गणतंत्र दिवस के अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।
रौशन कुमार उर्फ मिंटू, अध्यक्ष, भूली नगर कांग्रेस
