भूली। बीसीसीएल के हजारों कर्मियों को सेवा देने वाला रीजनल हॉस्पिटल भूली का पुराना भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। प्रबंधन पुराना भवन को पहले ही बंद कर नये भवन में शिफ्ट हो गया है।
वहीं रीजनल हॉस्पिटल का पुराना भवन और रीजनल हॉस्पिटल भूली का एक हिस्सा नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। रीजनल हॉस्पिटल के दक्षिण भाग में पुराना जेनरेटर रूम की ओर नशेड़ी दिन में भी दिख जाएंगे। वहीं शराब की बोतल के साथ शाम होते ही नशेड़ी जम जाते हैं। रीजनल हॉस्पिटल के गेट नंबर 2 के टूटे हुए गेट का फायदा उठा नशेड़ी कैम्पस को नशा करने का अड्डा बना लिया है।

सुरक्षा को लेकर ना तो रीजनल हॉस्पिटल में गार्ड है और ना ही भूली पुलिस इस हिस्से में पेट्रोलिंग करती है।
रीजनल हॉस्पिटल के पुराना भवन को चोर भी निशाना बनाने लगे हैं। पुराना भवन का चौखट और लोहा का रॉड चोरी किया जा रहा है।
रीजनल हॉस्पिटल भूली शाखा के एक कर्मी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि पुराना भवन की ओर शराब सिगरेट के साथ आपत्तिजनक पैकेट भी फेंका हुआ रहता है।
सामाजिक कार्यकर्ता नागरिक संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ बालेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि रीजनल हॉस्पिटल भूली अपन समय में बेहतर सुविधा के लिए जाना जाता था। लेकिन प्रबंधक की उदासीनता ने मरीजों से सुविधा छीन ली और अब तो पुराना भवन का हिस्सा अनैतिक कार्य केलिए भी प्रयोग होने लगा है। प्रबंधन को संज्ञान लेना चाहिए और सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए।