भूली। जितेंद्र कुमार समाज सेवक भूली नगर ने बताया गृहिणी की महत्ता: जिस तरह पुरुष का योगदान घर को संवारने में होता है गृहिणी की महत्ता कम नहीं है। गृहिणी घर को संवारने के लिए हर संभव मदद करती है। बच्चों को पालने से लेकर हर संभव सहयोग करती है जिसका प्रतिफल बच्चे अपने पैर पर खड़ा होते हैं और उत्तरदाई का आगे चलकर निर्वहन करते हैं। गृहिणी बिना परिवार अधूरा होता है घर की क्या आवश्यकता है उसे कैसे पूरा करना है कोई कसर नहीं छोड़ती है। आज अगर सफल परिवार की परिकल्पना करते हैं तो गृहिणी का योगदान सर्वोपरि होता है। गर्व से कह सकते हैं गृहिणी घर की मान है सम्मान है अभिमान है। आओ हम सब मिलकर गृहिणी का सम्मान करें।


