धनबाद। जितेंद्र कुमार ने समस्त देशवासियों को विश्व विज्ञान दिवस पर शुभकामना दी है। इन्होंने कहा विज्ञान देश की प्रगति और शांति के लिए वैज्ञानिक गण धन्यवाद के पात्र हैं। जिस जोश और देश भक्ति के साथ वैज्ञानिकों ने कार्य किया है सराहनीय है। हर दिन नए खोज से देश गौरवान्वित हो रहा है जीवन को विज्ञान के प्रयोग जैसा बना दिया है जिससे हर दिन कुछ न कुछ देश को नया कुछ मिल रहा है जिससे देश विकसित हो रहा है और जिसका लाभ सीधे देश की जनता को मिल रहा है। साथ ही साथ विज्ञान का प्रयोग को बार बार करने की प्रेरणा भी मिलती है और हर प्रयास से एक उदाहरण है पहले से बेहतर सफलता पाओगे । जितेंद्र कुमार का कहना है कि साथ ही साथ विज्ञान को विकास के लिए ही सोचना है क्योंकि विज्ञान वरदान है तो कभी अभिशाप भी बन सकता है यह सब हम सभी पर निर्भर करता है कि हम सभी किस सोच के साथ इसे अपनाते हैं। नजरिया को मजबूती के साथ हमेशा विकास के लिए रखें क्योंकि हम सभी ने विज्ञान के वरदान को भी देखा है और अभिशाप को भी देखा है और देख भी रहे है जिसका उदाहरण वर्तमान में रूस और यूक्रेन युद्ध और बीते जापान के हिरोशिमा और नागासाकी। समाज में हम सभी को जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है कि विज्ञान को हम सभी किस रूप में अपनाए। आज भारत विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनी है विज्ञान की देन है साथ ही आने वाले समय में भारत विकसित देशों की श्रेणी में आएगा विज्ञान की देन है। भारत विश्व गुरु की ओर अग्रसर है यह सब विज्ञान की देन है हम सभी देशवासियों की आवश्यकता है नजरिया सकारात्मक रखे आना वाला दिन विश्व में भारत का होगा। आओ हम सब मिलकर देश के विकास के लिए शपथ ले की विज्ञान को वरदान के रूप में हमेशा सोचें और उपयोग करें।

