झारखंड के मुख्य सचिव अविनाश कुमार पहुंचे केंदुआ

Local

केंदुआ गैस रिसाव

बीसीसीएल के अधिकारियों और जिला प्रशासन से अविनाश कुमार ने की बात

धनबाद विधायक राज सिंहा ने कहा मुआवजा और रोजगार की चिंता प्राथमिकता

ग्रामीणों को षडयंत्र के तहत उजाड़ने का भी लग रहा आरोप

कतरास। धनबाद के केंदुआ में जहरीली गैस रिसाव के दस दिनों बाद झारखंड के मुख्य सचिव अविनाश कुमार स्थिति का जायजा लेने केंदुआ पहुंचे। मौके पर धनबाद विधायक राज सिंहा, बीसीसीएल के सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल, सहित धनबाद के उपायुक्त आदित्य रंजन, एसएसपी प्रभात कुमार सहित कई बड़े अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने केंदुआ गैस रिसाव से प्रभावितों के लिए लगाए गए शिविर में पीड़ितों से मुलाकात की। गैस रिसाव रोकने पर कार्य कर रहे योजना अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया।
मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने बताया कि केंदुआ गैस रिसाव की स्थिति से अवगत हो रहे। घटना गंभीर है। प्रभावित लोगों से भी बात की। स्थिति को देखते हुए सभी बातों का अवलोकन किया जाएगा। जो भी उचित कदम होगा उठाया जाएगा। लोगों की सुरक्षा प्राथमिकता है।
धनबाद विधायक राज सिंहा ने कहा कि केंदुआ गैस रिसाव को लेकर सदन में सवाल उठाया हूं। एक उच्च स्तरीय कमिटी से जांच कराने की मांग की है। हमारी चिंता है कि अगर अस्थयी तौर पर भी प्रभावितों को हटाया जाता है तो उनके रोजगार और मुवावजा पर बात हो। कोयला क्षेत्र केंद्र सरकार के अधीन है लेकिन यहां के स्थानीय रैयत और गैर रैयत के जीवन रक्षा के सवाल पर झारखंड सरकार को गंभीरता से कदम उठाना चाहिए। सक्षम अधिकारी जन प्रतिनिधि के साथ प्रभावितों के प्रतिनिधि के साथ वार्ता हो ताकि लोगों के सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
पिछले दस दिनों से केंदुआ में गैस रिसाव को रोकने पर कार्य किया जा रहा लेकिन पूर्ण सफलता नहीं मिली है। गैस रिसाव की घटना में दो महिला की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग प्रभावित हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है।
बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा प्रभावितों के सुरक्षा को लेकर राहत शिविर भी बनाया गया है जिसमें लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है।


केंदुआ गैस रिसाव कांड को लेकर स्थानीय लोगों की अलग राय है जिसमें बीसीसीएल प्रबंधन पर षडयंत्र के तहत गैस रिसाव के आड़ में लोगों को उजाड़ना चाहती है और कोयला उत्खनन करना चाहती है।
कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों को गैस का खतरा बता कर उन्हें विस्थापित किया जाएगा।
फिलहाल प्रभावितों के विस्थापन को लेकर स्पष्ट स्थिति बीसीसीएल प्रबंधन या जिला प्रशासन की ओर से नहीं बताया गया है। रोजगार मुहैया कराने को लेकर भी कोई ठोस योजना नहीं बनी है। ऐसे में केंदुआ गैस रिसाव से पीड़ित लोगों के बीच ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *