आतंक और रंगदारी के साए में मजदूर कर रहे काम – ए के झा

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धनबाद। राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के महामंत्री श्री ए के झा ने आज प्रेस को जारी वक्तव्य में कहा कि वर्तमान बीजेपी सरकार ने कोल इंडिया लिमिटेड के मजदूरों को पूरी तरह बेबस कर दिया है। मेडिकली अनफिट कामगार के बच्चे रोजगार के लिए तड़प रहे हैं ।फीमेल भीआरएस के तहत नियोजन पाने के हकदार मजदूर के बच्चे बेबसी की जिंदगी जी रहे हैं । सेवा मुक्त कामगार पेंशन बढ़ोतरी, मेडिकल सुविधा अधिकारियों की तरह की मांग पर लगातार जूझ रहे हैं। 1 लाख पद रिक्त रहने के बावजूद भारत की भाजपा सरकार बहाली को पूरी तरह से बंद कर दिया है । शिक्षित पढ़े- लिखे नौजवान रोजी-रोटी के लिए तरस रहा है।
श्री झा ने कहा कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की बेस कीमती संपत्ति, बेस कीमती खदान को एमडीओ नीति के तहत सीधे पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। ट्रांसपोर्टिंग के कार्य में लगे मजदूर आतंक भय के वातावरण में रंगदारों के रंगदारी के तहत कम मजदूरी में काम करने के लिए विवश है। आउटसोर्सिंग/ ठेका के मजदूर समान कार्य के समान वेतन के लिए एचपीसी के वेतनमान के लिए लंबे संघर्ष कर रहे हैं लेकिन बीजेपी सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही है।
आगे उन्होंने कहा की शिक्षण संस्थानों में बहाली रोक दी गई है। कोयला पर आधारित उद्योग आर्थिक अव्यवस्था के कारण बीजेपी सरकार के पूंजीवादी नीति के कारण बीमार हो चुका है। सिंदरी फर्टिलाइजर मे झारखंड के नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही है। चंद रंगदार और ठेकेदार बीजेपी सरकार के संरक्षण में झारखंड के नौजवानों को उसके अधिकार से वंचित कर रहे हैं। डीवीसी जो पंडित नेहरू का पन बिजली योजना का सबसे बड़ा सपना था उसको बीजेपी सरकार ने आर्थिक रूप से पंगु बना दिया है। बीजेपी सरकार के सामने, उसके पूंजीवादी सोच के सामने ,मजदूरों को भीखमंगा बना दिया गया है। उसके सारे अधिकार छीन लिए गए हैं। सारी सुविधाएं काट ली गई है। धनबाद के सभी बैंकों में बहाली के लिए जगह खाली है लेकिन बीजेपी सरकार ने बहाली रोक दी है। 10 वर्ष के कार्यकाल में देश के खान सुरक्षा का सबसे बड़ा संस्थान खान सुरक्षा महानिदेशालय को जबरन बीमार बना दिया है। इंडियन स्कूल ऑफ माइंस के सपने साकार नहीं हो रहे हैं। भागा माइंस अपने हालात पर रो रहा है। सीएफआरआई और सिंफर को आर्थिक रूप से पंगु बनाने की हर योजना को बीजेपी सरकार कामयाब कर रही है। हर काम को आउटसोर्सिंग के हवाले करने की पूंजीवादी सोच ने वैभवशाली धनबाद को बेबसी की जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर दिया है। महंगाई ने लोगों को तबाह कर दिया है। नौजवानों के भविष्य के सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं।
श्री झा ने कहा दिवंगत नेता राजेंद्र बाबू की पुत्रवधू जो शिक्षित, मृदुभाषी और पवित्र चरित्र और चिंतनशील उम्मीदवार हैं जिन्हें सोनिया जी, राहुल जी ,खड़गे साहब का आशीर्वाद प्राप्त है उनके दिल और दिमाग में धनबाद की तस्वीर को बदलने की एक प्रबल इच्छा है। दिवंगत नेता राजेंद्र बाबू ने झारखंड और खास कर धनबाद को हमेशा मजबूत करने के संकल्प से गरीबों ,शोषित, पीड़ित नौजवानों, छोटे व्यापारियों, महिलाओं के विकास के रास्ते में जीवन के अंतिम सांस तक हर कदम मजबूती से उठाया है। देश के सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बचाने के लिए खास कर धनबाद की सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बचाने के लिए उन्होंने जो कुर्बानी दी है ,जो संघर्ष किया है अनुपमा सिंह उनके पद चिन्हों पर चलने का काम करेगी। इस संसदीय चुनाव में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के बाद धनबाद से कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद धनबाद के 1 लाख नौजवानों को भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के रिक्त पदों में बहाल करने का ईमानदारी से मजबूती से प्रयास कर नियोजन दिलाने का काम करेगी। कार्यरत कोयला मजदूर और रिटायर्ड कोयला मजदूरों के हर मांग को दिलाने का पुरजोर प्रयास करेगी। उनमें क्षमता है कि वह राजेंद्र बाबू के पद चिन्ह पर चलकर सरकार से इस काम को कराएगी ताकि धनबाद हिंदुस्तान के मानचित्र पर एक खुशहाल संसदीय क्षेत्र हो। नौजवानों के रोजगार का क्षेत्र हो। व्यापारियों का समृद्धि का क्षेत्र हो। कोयला खान के विकास का क्षेत्र हो। बोकारो इस्पात कारखाना, खान सुरक्षा महानिदेशालय, इंडियन स्कूल आफ माइन्स ,सिंदरी फर्टिलाइजर के चारों ओर खुशहाली का माहौल पैदा किया जा सके। बेबसी को समाप्त करके हर चेहरे पर एक नया मुस्कान मिले। इस कार्य को कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह करने में कामयाब होगी।
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन फेडरेशन (इंटक) सभी श्रमिक संगठन ,इंडिया गठबंधन के सभी राजनीतिक दल ,सभी समर्थक दल संस्थाएं उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का काम करेगा ताकि भाजपा के प्रत्याशी ने जो आतंक, रंगदारी, दहशत का वातावरण फैलाया है लोगों में नफरत पैदा की है जो भय के सिद्धांत पर चलते हैं। जो अपने ही दल के सांसद और विधायक का अपमान करने में बड़प्पन समझते हैं। संसदीय परंपराओं को तोड़ने में माहिर हैं।
ऐसे लोगों को धनबाद की जनता 25 मई को अपने मताधिकार के प्रयोग से जवाब देकर लोकतंत्र को मजबूत करने का काम करेगा। साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस ,डॉ भीमराव अंबेडकर के सपनों का भारत बनाने में हम और आप धनबाद की जनता अनुपमा सिंह के नेतृत्व में कामयाब हो सके।

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