धनबाद। चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ के दूसरे दिन खरना का विधान है। जिसमें छठ व्रती आम की लकड़ी के आंच पर खीर व अन्य मीठा व्यंजन बनाती है। खरना में कोई खीर रोटी तो कोई दाल भात का प्रसाद बनाती हैं।
छठ व्रती लक्ष्मी देवी ने बताया कि परिवार के खुशहाली के लिए छठ व्रत रखती हैं। छठ मां को संध्या अर्घ्य और प्रातः अर्घ्य देकर पूरे परिवार के लिए बेहतर स्वास्थ्य व दीर्घायु का आशीर्वाद मांगती हूं। छठ के दूसरे दिन खरना का विधान है जिसमें भात दाल के साथ खीर रोटी का प्रसाद चढ़ाया जाता है।
छठ मां सभी पर अपना आशीर्वाद बनाएं रखें। सभी छठ व्रतियों को ढेरों शुभकामनाएं देती हूं।
