भूली। चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ चौथे दिन उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। जलाशयों में छठ व्रतियों ने प्रातः अर्घ्य अर्पण किया और अपनी मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा।
छठ व्रती लक्ष्मी देवी धनबाद विधानसभा का निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। चुनावी व्यस्तता के बीच चार दिनों का महापर्व छठ को पूरी निष्ठा और पवित्रता के साथ पूरा की। लक्ष्मी देवी ने बताया कि हमारी परंपरा का हिस्सा है छठ। यह प्रकृति को मानव जीवन से सीधे जोड़ने वाला है। इसकी व्यापक रूप से समाज के सभी वर्ग किसी ना किसी तरह से जुड़े हुए हैं।
लक्ष्मी देवी ने कहा कि आस्था के पर्व को रील की दुनिया से अलग रखना चाहिए। यह हमारी लोक आस्था और परंपरा की मजबूत बुनियाद के लिए जरूरी है। नई तकनीक का प्रयोग लाजमी है लेकिन सनातन संस्कृति का पालन जरूर किया जाना चाहिए।
