अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस पर बिनोद कुमार सिंह के निजी विचार
आम जीवन में जड़े जमा चुका है भ्रष्टाचार , जागरूकता से ही निजात संभव
धनबाद। यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन भूली रीजनल हॉस्पिटल शाखा के सचिव बिनोद कुमार सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस पर अपना विचार साझा करते हुए कहा कि 9 दिसंबर अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस के रूप में मनाया जाता। यह स्थानीय भ्रष्टाचार से लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को रोकने के उद्देश्य से पूरे विश्व भर में मनाया जाता है।
वर्तमान में भ्रष्टाचार की नींव इतनी गहरी हो गई है कि आम जीवन में इसे स्वीकारिता सी मिलने लगी है। और कार्यालय संस्कृति का अटूट हिस्सा बन गया है । सामाजिक राजनीतिक स्तर से होते हुए यह काम काज के कार्यालयों तक अपनी पैठ बना चुका है। कई अवसरों पर लोग स्वीकार कर लेते हैं कि बिना चढ़ावा दिए अमुक कार्य नहीं होगा। अपना कार्य साधने के लिए लोग भ्रष्टाचार को सह देने लगे। यह वास्तव में आम आदमी की लाचारी, कमजोरी, अनभिज्ञता, जागरूकता की कमी के कारण ही है।
लोगों को अपने आस पास हो रहे भ्रष्टाचार कें खिलाफ मुखर होने की जरूरत है। जब तक भ्रष्टाचार के खिलाफ लोग सामने नहीं आएंगे। भ्रष्टाचार की समस्या समाप्त नहीं होगी।
वर्तमान में जीवन से मरण तक के कार्य में भ्रष्टाचार लिप्त है। जन्म प्रमाण पत्र से लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र तक बनाने में भ्रष्टाचार है। ठेका प्रथा में भ्रष्टाचार है। सरकारी कार्यालयों में इसकी जड़े कुछ ज्यादा ही अन्दर तक है। सरकारी योजना में भ्रष्टाचार के कारण लोगों को लाभ से वंचित रखा जाता है या फिर भ्रष्टाचार में संलिप्त कर लिया जाता है। आज छोटे कार्यालय से लेकर संसद तक भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है। समय समय पर भले ही भ्रष्टाचार पर बार किया जाता है। लेकिन भ्रष्टाचारी फिर भी बेखौफ होकर भ्रष्ट आचरण में लिप्त है। इस संस्कृति को रोकने बदलने और लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। जब तक आम आदमी भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा नहीं होता है। इस भ्रष्टाचार के बीमारी से निजात नहीं मिलेगी।
आज अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस के अवसर पर आइए अपने आस पास हो रहे भ्रष्टाचार का खुल कर विरोध करें। जिससे भ्रष्टाचार पर लगाम लग सके। समस्त देशवासियों को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस की ढेरों शुभकामनाएं।