धनबाद। असर्फी हॉस्पिटल ने हाल ही में समय से पहले जन्मे बच्चे में नेक्रोटाइज़िंग एंटरोकोलाइटिस (NEC) के सफल इलाज से एक और बड़ी सफलता हासिल की है। यह बीमारी नवजात शिशुओं के लिए एक गंभीर और जीवन-धारी स्थिति हो सकती है, खासकर उन बच्चों के लिए जो समय से पहले जन्मे होते हैं।
नेक्रोटाइज़िंग एंटरोकोलाइटिस (NEC) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बच्चे की आंतों में सूजन और संक्रमण हो जाता है, जिससे गंभीर जटिलताए उत्पन्न हो सकती हैं जिसे असर्फी हॉस्पिटल के चिकित्सा विशेषज्ञों ने समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों के लिए अत्याधुनिक एनाटेटल केयर, नवजात शिशु देखभाल और श्वसन संबंधी आपातकालीन सेवाएं प्रदान की हैं। हॉस्पिटल में विशेष रूप से सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाइयाँ (ICU), नवजात शिशु गहन देखभाल इकाई (NICU) और उच्च विशेषज्ञता वाली टीम हैं, जो श्वसन संकट और समय से पहले जन्म से जुड़ी जटिलताओं का सफलतापूर्वक इलाज कर रही हैं।
असर्फी हॉस्पिटल के नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. किशोर गांधी, एमडी, डीएनबी बाल चिकित्सा, डीआरएनबी नियोनेटोलॉजी ने इस अवसर पर कहा “हमारे अस्पताल में नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए अत्याधुनिक सुविधाएँ और विशेषज्ञों की टीम है। समय से पहले जन्म और श्वसन संकट जैसी जटिल स्थितियों का इलाज करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम गर्व महसूस करते हैं कि हम इन शिशुओं के जीवन को बचाने और उनकी सेहत को बेहतर बनाने में सफल रहे हैं।”
असर्फी हॉस्पिटल में श्वसन संकट से प्रभावित बच्चों के लिए वेंटिलेटर, सीपीएप (CPAP) और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग किया जाता है, साथ ही प्रीमच्योर बच्चों के लिए विशेष पोषण और चिकित्सीय देखभाल प्रदान की जाती है। हॉस्पिटल की नवजात देखभाल टीम ने हाल ही में ऐसे कई मामलों में सफलता प्राप्त की है, जहां समय से पहले जन्म और श्वसन संकट के कारण शिशुओं के लिए जीवन संकट बन गया था।
असर्फी हॉस्पिटल ने नवजात शिशुओं के लिए अपनी समर्पित देखभाल और विशेषज्ञता के कारण स्थानीय समुदाय में एक मजबूत विश्वास और साख प्राप्त की है। अस्पताल में परिवारों को चिकित्सकीय देखभाल के साथ-साथ मानसिक और भावनात्मक समर्थन भी प्रदान किया जाता है, ताकि वे इस कठिन समय में बेहतर तरीके से समायोजित कर सकें।
