अंकिता बेसरा रचित कविता गुलाम बेटियां

गुलाम बेटियां “भारत को आजाद हुएभले ही वर्षों बीत गएआज भी बेटी आजाद नहींना कोई क्यों? समझ सके” “भारत में रहनेवाले लोगखुद तो मौज मनाते हैंपर न जाने कुछ लोगशैतान क्यों? बन जाते हैं” “भारत जहां बेटियों कोदेवी की पदवी देता हैउसी भारत में कुछ लोगउसकी भी बोटी ले जाता है” “बेटा होने पर क्यों? […]

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हीना परवीन रचित कविता मेरा मुल्क

मेरा मुल्कए दुनियावालों ! तुम भी मुल्क से दिल लगा लो,हुए जो शहीद मुल्क के लिए,थोड़ी उनको भी याद कर लो ,ए दुनियावालों!जिन्होंने दी है देश के लिए जान,किया है बड़ा भारी एहसान,चाहे हिन्दू हो या मुसलमान,हम करते हैं उनको सलाम,ए दुनियावालों!होने न देंगे तिरंगे का अपमान,हो न कम कभी इसकी शान,जीता रहे सदा सबका […]

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पूनम शर्मा रचित कविता राम जी से विनती

राम जी से विनती राम लला हम आ ही गये,मंदिर भी वहीं बनाया है,इंतजार तुम्हारे आने काहर सनातनी को भाया है,हर पल तेरा इंतजार करूंकेवट बन पाँव पखारूंगी,चरणोदक करके पान प्रभुनिज जीवन सफल बनाऊंगी,त्रेता में तुमने वचन दिया,मेरी नाव को नारी न बनाओगे,हम निडर होकर आ रहे सभी,सबकी नैया पार लगाओगे ,हम तुम्हरे चरण पखारेंगे […]

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डॉ योगानंद झा रचित कविता सौगंध मिट्टी का

सौगंध मिट्टी का सौगंध हमें है इस मिट्टी की,दुःख संताप मिटाएंगे,जब तक प्राण सुरक्षित तन में,कुछ अच्छा कर जायेंगे।।ध्वज को न कभी झुकने देंगे,अरि को न कभी रुकने देंगे,हो आवाहन यदि भूमि का,तन का भी भेंट चढ़ायेंगे।।मातृ भूमि का ऋण है हम पर,उसका मोल चुकायेंगे,हुई जरूरत अगर भूमि को,धर भी अपना घर जायेंगे।।बलिदान हुए जो […]

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पूनम शर्मा रचित कविता राम -मयी सरयू

राम-मयी सरयू हे राम !तुमने मुझे स्पर्श किया,मैं अमृत बन, खिलखिलाने लगी,मैं सरयू , मेरी हर बूंद में तुम,हर तरंग में ,हर कल-कल में,राम मंत्रों का उल्लेख करती,राम मय होकर बहती मैं,,,,,आओ भारतीयों !मेरा स्पर्श करो,मुझमें डुबकी लगाओ,,मैं ही अमृत हूं,,,,मां बन , अमृत पान कराने को आतुर,,,,,बाहें फैलाए खड़ी हूं आज भी,राम मुझमें समाहित […]

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पूनम शर्मा रचित कविता हे री अयोध्या

हे री अयोध्या ! सरजू का किनारा और,अयोध्या में आया घंटा,दोनों आतुर हैं स्वागत कोराम भक्तों के,,,,सरजू !तुम ने मेरे मन की शिला परराम लिखा हुआ पढ़ लिया है,,,,यह कलयुग है,यहां तुम राम भक्तों कोपहचान लेती हो,,,,दिल खोलकर मुस्कुराती हो,आलिंगन करती हो,अरी अयोध्या !धरा पर विराजमान तुम ,श्री राम चरण से स्पर्शित तुम,भक्तों को बुलाकर,धन्य […]

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डॉ योगानंद झा रचित कविता यादवपुर की शान

यादवपुर की शान भुवन विदित भूतल पर शोभित,यादवपुर एक गांव है,भूले भटके सभी जनों को,नित देता छांव है।।भारत का एक राज्य धन्य है,झारखंड है उसका नामजहां विद्यालय गांधी स्मारकसारे बच्चों का सुखधाम।।मनभावन मनमोहक सुंदर,पुरजन परिजन सभी मनोहर,हरित पर्ण आच्छादित परिसर,यहां सुशोभित उत्तम गुरुवार।।विनययुक्त विद्यार्थी जीवन,शिक्षक करते अध्यापन,ज्ञान विज्ञान का खान यहां पर,तकनीकी भी करते गुंजन।।विनय […]

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पूनम शर्मा रचित कविता राम की प्रतीक्षा

राम की प्रतीक्षा – पूनम शर्मा बालकनी में बैठे बैठेडहेलिया को ऊब होने लगी,वो आ बैठा है छज्जे पर,,,,,टकटकी लगाए ढूंढताहर आने-जाने वालों मेंअपने राम को,,,,राम अक्षत तोआ ही गया है,मेरे राम भी आते ही होंगे ,,,,,डहेलिया के मन मेंअंकुरित भाव,,,,इन अबोधों को पता नहीं,अब राम विरले ही होते हैंरावण भी अपनी सीमाओं काउलंघन कर […]

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अध्यात्म और आधुनिकता दोनो का महत्व जाने युवा – डॉ बालेश्वर कुशवाहा

भूली। अध्य्यम और आधुनिकता दोनो का महत्व जाने युवा। उक्त बातें नागरिक संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ बालेश्वर कुशवाहा ने भूली डी ब्लॉक स्थित स्वामी विवेकानंद के प्रतिमा पर उनके 161 वा जयंती अवसर पर माल्यार्पण के बाद कही।डॉ बालेश्वर कुशवाहा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के अध्यात्म दर्शन को जीवन में तन और […]

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मानव जीवन में सादगी और सदाचार आचरण की जरूरत – राज सिन्हा

भूली। भूली शिवपुरी स्थित महर्षि मेंहि आश्रम में 26 वा वार्षिक अधिवेशन के आखरी दिन धनबाद विधायक राज सिन्हा शामिल हुए। अधिवेश में राज सिन्हा ने बाबा प्रमोद जी महराज, बाबा निर्मलानंद जी महराज, बाबा विवेकानंद जी महराज और बाबा सकलानन्द जी महराज का आशीर्वाद लिया।विधायक राज सिन्हा ने अधिवेशन में भाग लेने वाले भक्तो […]

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