डॉ पुनम शर्मा रचित कविता चलो साथ चलें
चलो साथ चलें(शीर्षक) ऐ जिंदगी !तुम्हारे साथ टहलते हुएवर्षों बीत गए,तुम कैसी हो, न तुमने पूछा,न मैंने सुनाया अपना हाल,तुम कभीचाय पर बुलाओ ना मुझे !!!इत्मीनान से बतियाना चाहती हूंकुछ तुम्हारी शिकायतें,तुम्हें ही सुनाना चाहती हूं,कुछ अपनी वेदना,उजागर करना चाहती हूं,डबडबाई आंखों के पोरों से,मुझे भी कभी चाय परबुलाओ ऐ जिंदगी !कुछ खट्टी, कुछ नमकीन,कुछ […]
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